हिंदी
(201)
कुल अंक: 20
1. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए:
(क) अपने कबीर के दोहे पढे। इन दोहो में से आपको कौन-सा दोहा आज के संदर्भ में सर्वाधिक प्रासंगिक लगा और क्यों?
उ०- प्रस्तुत दोहे के अन्दर कबीरदास जी कहते हैं कि केवल अच्छे घर-खानदान में जन्म लेने से ही कोई व्यक्ति अच्छा नहीं बन जाता अगर उसके कर्म अच्छे ना हो। वह उसी प्रकार निंदा का पात्र होता है जिस प्रकार शराब भरे सोने के कलश को सज्जन निंदनीय समझते हैं। कहने का मतलब यह है कि जिस तरह सोने का घड़ा शराब बड़े होने के कारण अपनी अपनी महत्ता खो देता है क्योंकि बाहर से वह भले ही सोने का मगर उसके अंदर शराब जैसी बुरी चीज है, ठीक उसी तरह व्यक्ति चाहे कितने ही अच्छे परिवार में पैदा क्यों ना हो, अगर उसके कर्म अच्छे नहीं है तो सज्जन लोग उसकी निंदा ही करते हैं।
2. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में लिखिए।
(ख) ' राॅबर्ट नर्सिग होम में ' पाठ का मूल उद्देश्य क्या है? अपने शब्दों में लिखिए?
उ०- ' राॅबर्ट नर्सिंग होम में ' पाठ का मूल संदेश मानव के अन्दर निः स्वार्थ भावना जगाना तथा बिना किसी मतलब या स्वार्थ के दूसरों की सेवा करना है। इस पाठ में मदर टेरेसा एंव सिस्टर क्रिस्ट हैल्ड दोनों अपने-अपने परिवारों को छोड़कर हजारों मील दूर मनुष्यता की सेवा करने निकल पड़ी। इस पाठ में यह भी बताया गया है कि यह दोनों-विशेष रुप से मदर कर्तव्यपरायण से सेवा करती है और इसे लेकर वे कभी भावुक नहीं होती।
3. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।
(क) आपने ' बूढ़ी पृथ्वी का दुख ' पाठ पढ़ा। पृथ्वी का दुख दूर करने में आप क्या योगदान देंगे?
उ०- ' बूढ़ी पृथ्वी का दुख ' कविता में कवित्री ने पृथ्वी का मानवीकरण किया है। उन्होंने पृथ्वी के दुखों का वर्णन किया है। पृथ्वी का दुख दूर करने के लिए हम पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाना होगा। अधिक पेड़ लगाएंगे, ध्वनि मुक्त संयत्रों का प्रयोग करेंगे। प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर प्रतिबंध लगाएंगे। जल में कूड़ा-करकट नहीं डालेंगे। ताकि हमें पवित्र और निर्मल जल पीने के लिए मिले। जल के अन्य स्रोतों जैसे- तालाब, झरने, कुए आदि को बढ़ावा देंगे ताकि नदियों पर निर्भरता थोड़ी कम हो सके तथा उनमें पानी बना रहे।
4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में लिखिए।
(ख) ' आहवान ' कविता के आधार पर स्पष्ट करें कि जीवन में उन्नति और प्रगति के लिए पुरुषार्थ का क्या महत्व है?
उ०- ' आहवान ' - यह कविता सन 1912 के आसपास तब लिखी गई थी जब हमारा देश गुलाम था। भारत के इतिहास में पढ़ा होगा कि किस तरह सन 1857 के स्वाधीनता-संघर्ष में अंग्रेजों ने भारत का-यहां के लोगों का क्रूरतापूर्वक दमन किया। अंग्रेजों ने अपने यहां की मिलो में बनी विदेशी वस्तुओं से भारतीय बाजारों को भरकर देसी कारीगरों को बेरोजगार बना दिया। कवि को आशंका दिखी कि ऐसी स्थिति में देश की जनता निराश होकर भाग्यवादी ना बन जाए। अतः इस कविता के माध्यम से वह देश की जनता को जगाकर कर्म और संघर्ष की प्रेरणा देते हैं। वह कहता है कि हे भारतवासियों निरर्धन क्यों बैठे हो अर्थात बेकार क्यों बैठे हो। अपने दुखों से आगे मुक्ति पाना चाहते हो तो उठो और मेहनत करो। सफलता पाने के लिए मेहनत करनी ही पड़ती है। भाग्य के बदलने या परिस्थितियों को सुधारने के लिए प्रतीक्षा में बैठे रहना छोड़ो। केवल कर्म या पुरूसार्थ के मार्ग पर चलो क्योंकि परिस्थितियां अपने आप नहीं बदलती उन्हें मनुष्य अपने उदूयम से बदलना है कवि यहां पर मनुष्य को आर्थिक भारतवासियों को भाग्य के भरोसे ना बैठ कर पुरुषार्थ का पाठ पढ़ने की शिक्षा देते हैं क्योंकि जीवन में उन्नति और प्रगति के लिए प्रसाद का बहुत महत्व है।
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में दीजिए।
(ख) ' शतरंज के खिलाड़ी ' पाठ की भाषा-शैली की विशेषताएँ लिखिए?
उ०- ' शतरंज के खिलाड़ी ' - यह कहानी भाषा की दृष्टि से अन्य कहानियों से भिन्न है। इसमें अरबी- फ्रांसी के शब्द का राह में प्रवाहमय प्रयोग किया गया है, साथ ही तत्सम और तदभव शब्दों का भी इस्तेमाल है। कहीं-कहीं अंग्रेजी के शब्द भी है। इस कहानी में हिंदी भाषा का एक भिन्न रूप है, जिसे -' हिंदुस्तानी ' कहां जाता है। ' हिंदुस्तानी ' भाषा का वह रूप है जो हिंदी और अरबी-फारसी के लोक प्रचलित, सरल शब्दों के आधार पर बनी है।
अब हम कहानी की भाषा की विशेषताओं का उल्लेख करते हैं।
कहानी को ध्यान से पढ़ने पर हम पाते हैं कि कहानी में बहुत सारे अरबी-फारसी शब्दों का प्रयोग किया गया है। वस्तुतः यह कहानी की मांग है, क्योंकि कहानी की पृष्ठभूमि और वातावरण के रूप में जिस स्थान और समय को चित्रित किया गया है, वह है लखनऊ और वाजिदअली शाह का जमाना। तब, लखनऊ में अधिकांश लोग उर्दूभाषी थे तथा राज-काज
की भाषा भी फारसी थी। अतः कहानीकार के लिए यह स्वभाविक था कि तत्कालीन परिवेश के अनुसार भाषा का प्रयोग किया जाए। इस कहानी की भाषा पात्रानुकूल और भावानुकूल है अर्थात पात्रों के व्यक्तित्व और उनकी भावो के अनुकूल है। सभी पात्रों के संवादों से उनके व्यक्तित्व एवं उनकी सोच के बारे में पता चलता है।
6. नीचे दी गई परियोजनाओं में से कोई एक परियोजना बनाए।
(क) स्वास्थ्य और स्वच्छता पर पाँच पाँच स्वरचित नारे लिखिए और फाइल तैयार करें।
उ०- स्वास्थ्य और स्वच्छता पर पाँच पाँच स्वरचित नारे लिखे जो की इस प्रकार हैं-
उ०- प्रस्तुत दोहे के अन्दर कबीरदास जी कहते हैं कि केवल अच्छे घर-खानदान में जन्म लेने से ही कोई व्यक्ति अच्छा नहीं बन जाता अगर उसके कर्म अच्छे ना हो। वह उसी प्रकार निंदा का पात्र होता है जिस प्रकार शराब भरे सोने के कलश को सज्जन निंदनीय समझते हैं। कहने का मतलब यह है कि जिस तरह सोने का घड़ा शराब बड़े होने के कारण अपनी अपनी महत्ता खो देता है क्योंकि बाहर से वह भले ही सोने का मगर उसके अंदर शराब जैसी बुरी चीज है, ठीक उसी तरह व्यक्ति चाहे कितने ही अच्छे परिवार में पैदा क्यों ना हो, अगर उसके कर्म अच्छे नहीं है तो सज्जन लोग उसकी निंदा ही करते हैं।
2. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में लिखिए।
(ख) ' राॅबर्ट नर्सिग होम में ' पाठ का मूल उद्देश्य क्या है? अपने शब्दों में लिखिए?
उ०- ' राॅबर्ट नर्सिंग होम में ' पाठ का मूल संदेश मानव के अन्दर निः स्वार्थ भावना जगाना तथा बिना किसी मतलब या स्वार्थ के दूसरों की सेवा करना है। इस पाठ में मदर टेरेसा एंव सिस्टर क्रिस्ट हैल्ड दोनों अपने-अपने परिवारों को छोड़कर हजारों मील दूर मनुष्यता की सेवा करने निकल पड़ी। इस पाठ में यह भी बताया गया है कि यह दोनों-विशेष रुप से मदर कर्तव्यपरायण से सेवा करती है और इसे लेकर वे कभी भावुक नहीं होती।
3. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।
(क) आपने ' बूढ़ी पृथ्वी का दुख ' पाठ पढ़ा। पृथ्वी का दुख दूर करने में आप क्या योगदान देंगे?
उ०- ' बूढ़ी पृथ्वी का दुख ' कविता में कवित्री ने पृथ्वी का मानवीकरण किया है। उन्होंने पृथ्वी के दुखों का वर्णन किया है। पृथ्वी का दुख दूर करने के लिए हम पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाना होगा। अधिक पेड़ लगाएंगे, ध्वनि मुक्त संयत्रों का प्रयोग करेंगे। प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर प्रतिबंध लगाएंगे। जल में कूड़ा-करकट नहीं डालेंगे। ताकि हमें पवित्र और निर्मल जल पीने के लिए मिले। जल के अन्य स्रोतों जैसे- तालाब, झरने, कुए आदि को बढ़ावा देंगे ताकि नदियों पर निर्भरता थोड़ी कम हो सके तथा उनमें पानी बना रहे।
4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में लिखिए।
(ख) ' आहवान ' कविता के आधार पर स्पष्ट करें कि जीवन में उन्नति और प्रगति के लिए पुरुषार्थ का क्या महत्व है?
उ०- ' आहवान ' - यह कविता सन 1912 के आसपास तब लिखी गई थी जब हमारा देश गुलाम था। भारत के इतिहास में पढ़ा होगा कि किस तरह सन 1857 के स्वाधीनता-संघर्ष में अंग्रेजों ने भारत का-यहां के लोगों का क्रूरतापूर्वक दमन किया। अंग्रेजों ने अपने यहां की मिलो में बनी विदेशी वस्तुओं से भारतीय बाजारों को भरकर देसी कारीगरों को बेरोजगार बना दिया। कवि को आशंका दिखी कि ऐसी स्थिति में देश की जनता निराश होकर भाग्यवादी ना बन जाए। अतः इस कविता के माध्यम से वह देश की जनता को जगाकर कर्म और संघर्ष की प्रेरणा देते हैं। वह कहता है कि हे भारतवासियों निरर्धन क्यों बैठे हो अर्थात बेकार क्यों बैठे हो। अपने दुखों से आगे मुक्ति पाना चाहते हो तो उठो और मेहनत करो। सफलता पाने के लिए मेहनत करनी ही पड़ती है। भाग्य के बदलने या परिस्थितियों को सुधारने के लिए प्रतीक्षा में बैठे रहना छोड़ो। केवल कर्म या पुरूसार्थ के मार्ग पर चलो क्योंकि परिस्थितियां अपने आप नहीं बदलती उन्हें मनुष्य अपने उदूयम से बदलना है कवि यहां पर मनुष्य को आर्थिक भारतवासियों को भाग्य के भरोसे ना बैठ कर पुरुषार्थ का पाठ पढ़ने की शिक्षा देते हैं क्योंकि जीवन में उन्नति और प्रगति के लिए प्रसाद का बहुत महत्व है।
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में दीजिए।
(ख) ' शतरंज के खिलाड़ी ' पाठ की भाषा-शैली की विशेषताएँ लिखिए?
उ०- ' शतरंज के खिलाड़ी ' - यह कहानी भाषा की दृष्टि से अन्य कहानियों से भिन्न है। इसमें अरबी- फ्रांसी के शब्द का राह में प्रवाहमय प्रयोग किया गया है, साथ ही तत्सम और तदभव शब्दों का भी इस्तेमाल है। कहीं-कहीं अंग्रेजी के शब्द भी है। इस कहानी में हिंदी भाषा का एक भिन्न रूप है, जिसे -' हिंदुस्तानी ' कहां जाता है। ' हिंदुस्तानी ' भाषा का वह रूप है जो हिंदी और अरबी-फारसी के लोक प्रचलित, सरल शब्दों के आधार पर बनी है।
अब हम कहानी की भाषा की विशेषताओं का उल्लेख करते हैं।
कहानी को ध्यान से पढ़ने पर हम पाते हैं कि कहानी में बहुत सारे अरबी-फारसी शब्दों का प्रयोग किया गया है। वस्तुतः यह कहानी की मांग है, क्योंकि कहानी की पृष्ठभूमि और वातावरण के रूप में जिस स्थान और समय को चित्रित किया गया है, वह है लखनऊ और वाजिदअली शाह का जमाना। तब, लखनऊ में अधिकांश लोग उर्दूभाषी थे तथा राज-काज
की भाषा भी फारसी थी। अतः कहानीकार के लिए यह स्वभाविक था कि तत्कालीन परिवेश के अनुसार भाषा का प्रयोग किया जाए। इस कहानी की भाषा पात्रानुकूल और भावानुकूल है अर्थात पात्रों के व्यक्तित्व और उनकी भावो के अनुकूल है। सभी पात्रों के संवादों से उनके व्यक्तित्व एवं उनकी सोच के बारे में पता चलता है।
6. नीचे दी गई परियोजनाओं में से कोई एक परियोजना बनाए।
(क) स्वास्थ्य और स्वच्छता पर पाँच पाँच स्वरचित नारे लिखिए और फाइल तैयार करें।
उ०- स्वास्थ्य और स्वच्छता पर पाँच पाँच स्वरचित नारे लिखे जो की इस प्रकार हैं-
(परियोजना Project)
स्वास्थ्य:-
- स्वास्थ्य ही धन है।
- अच्छा स्वास्थ्य चाहिए, पोस्टिक भोजन खाइए।
- अच्छे स्वास्थ्य का राज, थोड़ा आराम, थोड़ा कामकाज।
- स्वास्थ्य एक वरदान है यही हमारी शान है।
- अच्छा स्वास्थ्य है जहाँ, सुखी परिवार है वहाँ।
- स्वच्छता है जहाँ, बीमारी न हो वहाँ।
- स्वच्छता ही सेवा है।
- स्वच्छता से प्यार, रोगों पर वार।
- स्वच्छता अपनाइए, प्रदूषण मुक्त हो जाइए।
- ' मेरा ईमान - स्वच्छ अभिमान।
स्वास्थ्य(Health)
1. " स्वास्थ्य ही धन है "
" प्रत्येक मनुष्य के लिए स्वास्थ्य मूल्यवान धन से कम
नहीं होता, वह मनुष्य संसार का सबसे धनवान होता है
नहीं होता, वह मनुष्य संसार का सबसे धनवान होता है
जिसके पास सेहत का खजाना होता है। इसलिए कहा
जाता है कि स्वास्थ्य ही धन है। "
2. " अच्छा स्वास्थ्य चाहिए, पोस्टिक भोजन खाइए "
" मनुष्य की गिरती सेहत का एक प्रमुख कारण फास्ट फूड का अधिक सेवन करना व पोस्टिक आहार ग्रहण न करना है, इसलिए अच्छी सेहत का एक सबसे अच्छा मूलमंत्र पोस्टिक व संतुलित आहार है। "
3. " अच्छे स्वास्थ्य का राज, थोड़ा आराम - थोड़ा कामकाज "
" कुछ लोग बिना आराम के हमेशा कार्य में लगे रहते हैं, मनुष्य का शरीर एक प्राकृतिक मशीन है। जिसे आराम की भी आवश्यकता होती है इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए कामकाज के साथ थोड़ा आराम भी आवश्यक होता है। "
4. " स्वास्थ्य एक वरदान है, यही हमारी शान है "
" स्वास्थ्य एक वरदान से कम नहीं है यह किसी भी व्यक्ति की शान होता है। जब कोई व्यक्ति पूर्णतः है स्वस्थ होता है तो उसके व्यक्तित्व में निखार आता है। अच्छा स्वास्थ्य आपकी छवि को आकर्षक बनाता है। "
5. " अच्छा स्वास्थ्य है जहाँ, सुखी परिवार है वहाँ "
" जब मनुष्य स्वस्थ होता है तो उसका परिवार भी सुखी रहता है जिस परिवार में मनुष्य बीमार होता है वहां आय का एक बड़ा भाग दवाइयों पर खर्च हो जाता है जिससे मनुष्य और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। "
स्वच्छता
1. " स्वच्छता है जहाँ, बीमारी न हो वहाँ "
" स्वच्छतास्वतंत्रता से भी जरूरी है राष्ट्रपति महात्मा गांधी के, रोगों पर विजय पाने के लिए प्रथम पग स्वच्छता ही है। "
2. " स्वच्छता ही सेवा है "
" स्वच्छता एक सेवा है क्योंकि स्वच्छता से आप अपने आस-पड़ोस को साफ-सुथरा रखकर समाज की सेवा करते हैं स्वच्छता के भीतर सेवा की भावना निहित होती है। "
3. " स्वच्छता से प्यार, रोगों पर वार "
" यह एक चिंता का विषय है कि चिकित्सालयों व अस्पतालों में रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है इसका प्रमुख कारण स्वच्छता के प्रति जागरूकता में कमी की है। "
4. " स्वच्छता अपनाईए, प्रदूषण मुक्त हो जाइए "
" आज के समय लोगों को मुख पर मास्क लगाते हुए देखना एक साधारण बात है क्योंकि मानवीय गतिविधियों के कारण मनुष्य के आस-पास का वातावरण निरंतर प्रदूषित हुआ है। इससे मुक्त होने का आसान कारण केवल स्वच्छता है। आस-पास फैला कूड़ा भी भूमि प्रदूषण करता है।
5. " मेरा इनाम-स्वच्छता अभियान "
" स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छता अभियान का शुभारंम्भ किया ताकि जन-जन तक स्वच्छता के संदेश पहुंचाया जा सके। "
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Yes how can i help you
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